Operation Sindoor
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हमले में कई जवान शहीद हुए और कई महिलाएं विधवा हो गईं। उन्हीं महिलाओं के सिंदूर की रक्षा और आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत ने एक सटीक और शक्तिशाली कार्रवाई की, जिसे नाम दिया गया – “ऑपरेशन सिंदूर”।

पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर दागीं गईं 24 मिसाइलें
भारत ने यह कार्रवाई हमले के 15 दिन बाद की। खुफिया जानकारी और सटीक टारगेटिंग के आधार पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और सीमावर्ती इलाकों में स्थित आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइलें दागीं गईं। इससे 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
पाकिस्तान के ISPR (Inter-Services Public Relations) के डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने खुद इस हमले की पुष्टि की और बताया कि भारत की ओर से भारी सैन्य हमला हुआ है, जिससे आतंकियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
पीएम मोदी ने पूरी रात मॉनिटर किया ऑपरेशन
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे ऑपरेशन की रातभर निगरानी की और सेना को पूरी तरह स्वतंत्रता दी कि वह समय और जगह खुद तय करे। यह ऑपरेशन भारत की उस नई नीति को दर्शाता है जिसमें आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और जवाबी कार्रवाई को प्राथमिकता दी जाती है।
ऑपरेशन सिंदूर: केवल बदला नहीं, एक संदेश
इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ उन शहीदों की विधवाओं के सम्मान में रखा गया है, जिन्होंने अपने पति खो दिए। यह सिर्फ बदले की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह एक भावनात्मक और रणनीतिक संदेश था कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद कई वैश्विक शक्तियों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को उचित बताया है। अमेरिका और फ्रांस ने भी आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन किया है।

