पीएम नरेंद्र मोदी और इंदिरा गांधी में क्या फर्क है?
भारत के इतिहास में कई प्रधानमंत्री हुए हैं, लेकिन दो नाम अक्सर चर्चा में रहते हैं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी। दोनों ही नेताओं ने देश को अलग-अलग समय में नेतृत्व दिया, लेकिन उनकी सोच, नीतियां और काम करने का तरीका एक-दूसरे से काफी अलग था। आइए एक आसान भाषा में समझते हैं कि PM Modi vs Indira Gandhi Comparison में क्या फर्क नजर आता है।

1. नेतृत्व की शैली (Leadership Style)
Indira Gandhi political decisions अक्सर सख्त और केंद्रीकृत होती थीं। उन्होंने कई बार अपने फैसलों से पार्टी और सरकार पर पूरी पकड़ बनाई। वहीं Narendra Modi leadership style भी मजबूत है, लेकिन वे टीमवर्क और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
2. आर्थिक नीतियां (Economic Reforms)
Modi economic reforms में मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, GST, नोटबंदी जैसी योजनाएं शामिल हैं जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर ज़ोर देती हैं। वहीं इंदिरा गांधी के समय में बैंकों का राष्ट्रीयकरण, गरीबी हटाओ जैसी योजनाएं सामने आईं थीं।
Indira Gandhi achievements vs Modi achievements की बात करें तो दोनों ने अपने समय की चुनौतियों के अनुसार फैसले लिए।
3. लोकप्रियता और जनता से जुड़ाव
नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। उनका सीधा संपर्क जनता से बना रहता है – चाहे वो “मन की बात” हो या ट्विटर।
वहीं इंदिरा गांधी ने जनता से जुड़ने के लिए पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल किया। Emergency के बाद उनकी लोकप्रियता थोड़ी कम हुई थी।
4. कठिन फैसले और विवाद
Emergency by Indira Gandhi 1975 में लगाया गया था, जिसे भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय कहा जाता है। इसे लेकर उनकी काफी आलोचना हुई।
वहीं Modi government vs Indira Gandhi government की बात करें तो मोदी सरकार ने भी कई बड़े फैसले लिए – जैसे धारा 370 हटाना, तीन तलाक, नोटबंदी – जिन्हें लेकर भी बहस हुई है। ‘
5. विदेश नीति और वैश्विक छवि
इंदिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान से युद्ध जीतकर बांग्लादेश बनवाया, जिससे उनकी अंतरराष्ट्रीय छवि मजबूत हुई।
मोदी भी विदेश दौरों और ग्लोबल इवेंट्स के ज़रिए भारत की छवि को एक मजबूत देश के रूप में पेश कर रहे हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
Differences between Indira Gandhi and Narendra Modi को समझने पर यह साफ होता है कि दोनों ही नेताओं की सोच और काम करने का तरीका अपने-अपने समय और परिस्थितियों के अनुसार था। इंदिरा गांधी ने उस दौर में नेतृत्व किया जब भारत एक विकासशील और संघर्षशील राष्ट्र था। वहीं मोदी ऐसे समय में नेतृत्व कर रहे हैं जब भारत टेक्नोलॉजी और ग्लोबल स्तर पर खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रहा है।

