J-K: पहलगाम हमले के बाद उमर सरकार का बड़ा फैसला

घाटी में सुरक्षा अलर्ट, टूरिज्म पर असर
29 अप्रैल 2025 | नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रदेश की सुरक्षा स्थिति को लेकर गंभीर चिंताएं सामने आई हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, उमर अब्दुल्ला सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिश पर बड़ा कदम उठाते हुए 48 पर्यटन स्थलों को फिलहाल के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।
खुफिया एजेंसियों ने दी चेतावनी
सूत्रों के मुताबिक, हमले के बाद घाटी में स्लीपर सेल्स को एक्टिव होने के निर्देश दिए गए हैं। इनपुट्स से संकेत मिला है कि टीआरटी (The Resistance Front) जैसे आतंकी संगठनों द्वारा टार्गेटेड किलिंग और बड़े पैमाने पर हमले की योजना बनाई जा रही है।
ये प्रमुख पर्यटन स्थल हुए बंद
कश्मीर में कुल 87 पर्यटन स्थल हैं, जिनमें से 48 को फिलहाल बंद किया गया है। इनमें गुलमर्ग, सोनमर्ग, डल लेक, और पहलगाम जैसे प्रमुख डेस्टिनेशन शामिल हैं, जहां पर्यटकों की संख्या आमतौर पर ज्यादा रहती है।
इन स्थलों को बंद करने का उद्देश्य किसी भी संभावित आतंकी गतिविधि को रोकना और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
कड़ी सुरक्षा, एंटी-फिदायीन दस्ते तैनात
पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा संवेदनशील इलाकों में एंटी-फिदायीन दस्ते तैनात किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया गया है।
प्रमुख स्थानों पर चेकिंग बढ़ा दी गई है, और होटल व गेस्टहाउस मालिकों को भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
कश्मीर टूरिज्म पर पड़ा असर
पहलगाम हमले के बाद कश्मीर टूरिज्म को गंभीर झटका लगा है। जहां एक ओर घाटी में अप्रैल-मई का मौसम पर्यटन का पीक सीज़न होता है, वहीं दूसरी ओर हमले और उसके बाद की कार्रवाई से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आने की संभावना है।
निष्कर्ष
हालिया हमले के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार का यह कदम सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है। पर्यटन उद्योग को लेकर अस्थायी नुकसान भले ही हो, लेकिन राज्य सरकार का फोकस फिलहाल जनता और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर है।
स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और जैसे-जैसे हालात सामान्य होंगे, बंद किए गए पर्यटन स्थलों को दोबारा खोला जा सकता है।

